ओला इलेक्ट्रिक में बड़ी छंटनी की तैयारी, 1,000 से अधिक कर्मचारियों की नौकरी खतरे में
ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी लिमिटेड अपने बढ़ते वित्तीय घाटे को कम करने के उद्देश्य से 1,000 से अधिक कर्मचारियों और कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स की छंटनी करने की योजना बना रही है। यह कदम लागत नियंत्रण और कंपनी के पुनर्गठन प्रयासों का हिस्सा माना जा रहा है।
कई विभागों पर असर
इस छंटनी से प्रोक्योरमेंट, फुलफिलमेंट, कस्टमर रिलेशन्स और चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर सहित कई प्रमुख विभाग प्रभावित होंगे। सूत्रों के अनुसार, यह ओला इलेक्ट्रिक की लागत कम करने और संचालन को अधिक कुशल बनाने की रणनीति का हिस्सा है।
पहले भी हो चुकी है छंटनी
नवंबर 2023 में भी ओला इलेक्ट्रिक ने मार्जिन सुधारने और लाभ बढ़ाने के लिए करीब 500 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया था। कंपनी लगातार अपने खर्चों में कटौती कर रही है ताकि वह वित्तीय रूप से अधिक स्थिर हो सके।
शेयर बाजार में गिरावट
छंटनी की खबर सामने आने के बाद ओला इलेक्ट्रिक के शेयरों में 5% तक की गिरावट दर्ज की गई। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर इसका शेयर 54 रुपए के करीब कारोबार कर रहा है। पिछले छह महीनों में इसमें 52% की गिरावट आई है, जबकि इस साल यह 37% तक लुढ़क चुका है।
तीसरी तिमाही में घाटा 50% बढ़ा
वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में ओला इलेक्ट्रिक का शुद्ध घाटा 564 करोड़ रुपए तक पहुंच गया, जो एक साल पहले की समान अवधि में 376 करोड़ रुपए था। यानी कंपनी के घाटे में 50% की बढ़ोतरी हुई है।
राजस्व में भी गिरावट
अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का कुल राजस्व 1,045 करोड़ रुपए रहा, जो पिछले साल की समान अवधि के 1,296 करोड़ रुपए के मुकाबले 19% कम है।
2017 में हुई थी स्थापना
बेंगलुरु स्थित ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की स्थापना 2017 में हुई थी। यह कंपनी ओला फ्यूचर फैक्ट्री में इलेक्ट्रिक वाहनों, बैटरी पैक, मोटर्स और वाहन फ्रेम का निर्माण करती है।
ओला इलेक्ट्रिक के इस बड़े फैसले का असर कर्मचारियों और बाजार दोनों पर देखने को मिल रहा है। अब देखना होगा कि कंपनी आगे कैसे अपनी वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए कदम उठाती है।