HMPV वायरस: भारत में 9 मामले आए सामने, चीन में स्थिति गंभीर; जानिए, किन्हें सतर्क रहने की जरूरत है
भारत में ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के 9 मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, चीन में हालात इतने खराब हैं कि अस्पतालों में मरीजों के लिए बेड की कमी हो रही है। पूरी दुनिया में इस वायरस को लेकर चिंता बढ़ रही है।
हालांकि, घबराने की जरूरत नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि जागरूक और सतर्क रहने से इस वायरस से बचा जा सकता है।
HMPV: किसे ज्यादा खतरा है?
भारत में अब तक दर्ज मामलों में ज्यादातर मरीज 1 साल से कम उम्र के बच्चे हैं। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार, HMPV वायरस का सबसे ज्यादा खतरा छोटे बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों को है।
HMPV वायरस के लक्षण और उससे होने वाले कॉम्प्लिकेशन कोरोना वायरस से मिलते-जुलते हैं। गंभीर मामलों में यह निमोनिया और ब्रोंकाइटिस जैसी श्वसन समस्याएं पैदा कर सकता है।
HMPV से कौन हैं सबसे अधिक प्रभावित?
डॉक्टरों का कहना है कि जिन लोगों को अस्थमा, डायबिटीज, हाइपरटेंशन या क्रॉनिक लंग्स डिजीज जैसी समस्याएं हैं, उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।
- छोटे बच्चे: इनका इम्यून सिस्टम पूरी तरह विकसित नहीं होता है, जिससे ये वायरस का आसानी से शिकार बन सकते हैं।
- बुजुर्ग: उम्र के साथ इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ता है।
- क्रॉनिक हेल्थ कंडीशन वाले लोग: अस्थमा, डायबिटीज, या हाइपरटेंशन के मरीजों को HMPV वायरस से ज्यादा जोखिम है।
HMPV के लक्षण
इस वायरस के लक्षण सामान्य फ्लू जैसे हैं, लेकिन गंभीर मामलों में ये घातक साबित हो सकते हैं। इसके प्रमुख लक्षण हैं:
- खांसी और गले में खराश
- बुखार
- सांस लेने में तकलीफ
- थकान
- छाती में भारीपन
गंभीर मामलों में यह वायरस निमोनिया और ब्रोंकाइटिस का कारण बन सकता है।
HMPV वायरस से बचाव के उपाय
HMPV वायरस से बचने के लिए सावधानी बरतनी बेहद जरूरी है।
- इम्यूनिटी मजबूत करें
- संतुलित आहार लें, जिसमें प्रोटीन और विटामिन C भरपूर हो।
- रोजाना 7-8 घंटे की नींद लें।
- योग और एक्सरसाइज को दिनचर्या में शामिल करें।
- स्वच्छता बनाए रखें
- बार-बार साबुन और पानी से हाथ धोएं।
- खांसते या छींकते समय टिशू या रुमाल का इस्तेमाल करें।
- संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाए रखें।
- मास्क पहनें
- भीड़भाड़ वाले स्थानों पर मास्क लगाएं।
- खांसी या बुखार होने पर खुद को आइसोलेट करें।
- डॉक्टर से समय पर संपर्क करें
- अगर सांस लेने में परेशानी हो रही है या तेज बुखार है, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लें।
- अस्थमा या डायबिटीज जैसी समस्याओं के लिए दवाएं समय पर लें।
लाइफस्टाइल में बदलाव करें
- अगर आप स्मोक करते हैं, तो इसे तुरंत छोड़ दें।
- वजन नियंत्रित रखें और कमर के आसपास जमे फैट को कम करने की कोशिश करें।
- रोजाना ध्यान और योग का अभ्यास करें।
- हेल्दी डाइट लें और पर्याप्त पानी पिएं।
क्या HMPV वायरस गंभीर है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, HMPV वायरस आमतौर पर फ्लू जैसे लक्षणों के साथ प्रकट होता है। लेकिन कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए यह जानलेवा साबित हो सकता है।
डॉ. अंकित पटेल, जनरल फिजिशियन, कहते हैं, “HMPV वायरस से सबसे ज्यादा खतरा उन लोगों को है, जो पहले से किसी गंभीर बीमारी से जूझ रहे हैं। अगर किसी को अस्थमा, डायबिटीज या हाइपरटेंशन है, तो उन्हें विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।”
HMPV से जुड़े सामान्य सवाल
सवाल: HMPV का संक्रमण कितने दिनों में ठीक हो जाता है?
जवाब: स्वस्थ लोग आमतौर पर 7-10 दिनों में ठीक हो जाते हैं। लेकिन कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को रिकवरी में ज्यादा समय लग सकता है।
सवाल: क्या HMPV वायरस के लिए एंटीबायोटिक दवाएं असर करती हैं?
जवाब: नहीं, HMPV वायरस एक वायरल संक्रमण है, इसलिए एंटीबायोटिक दवाएं इस पर असर नहीं करतीं।
सवाल: क्या HMPV वायरस घर पर रहकर ठीक हो सकता है?
जवाब: हां, हल्के लक्षणों वाले मामलों में आराम और डॉक्टर की सलाह से दवाएं लेकर इसे घर पर ठीक किया जा सकता है।
निष्कर्ष
HMPV वायरस फिलहाल भारत में गंभीर स्थिति में नहीं है, लेकिन सतर्क रहना जरूरी है। खासतौर पर छोटे बच्चों, बुजुर्गों और क्रॉनिक बीमारियों से जूझ रहे लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए। मास्क पहनें, स्वच्छता का ध्यान रखें और इम्यूनिटी बढ़ाने वाले उपाय अपनाएं। किसी भी समस्या पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
अपनी सेहत का ध्यान रखें और सुरक्षित रहें।