रसरंग में डाइट और वेलनेस: सेहत के लिए सही तेल कैसे चुनें?

स्वस्थ जीवन के लिए सही तेल का चयन कैसे करें?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में ‘मन की बात’ में तेल के उपभोग को कम करने की सलाह दी थी। लेकिन सही सेहत के लिए सिर्फ तेल की मात्रा ही नहीं, बल्कि उसका प्रकार भी मायने रखता है। आइए जानें कि कौन-सा तेल आपके लिए सबसे उपयुक्त है।

तेल का सही चयन कैसे करें?

तेल चुनते समय उसके पोषक तत्व, उपयोग और स्मोक पॉइंट (जिस तापमान पर तेल जलने लगता है) को ध्यान में रखना जरूरी है।

कौन-सा तेल किस काम के लिए सही है?

डीप फ्राई – मूंगफली, सूरजमुखी और सोयाबीन तेल
हल्की आंच पर पकाने के लिए – जैतून और तिल का तेल
बघार के लिए – सरसों, मूंगफली और नारियल तेल
बेकिंग के लिए – नारियल या सूरजमुखी तेल
सलाद ड्रेसिंग के लिए – एक्स्ट्रा वर्जिन जैतून या अलसी का तेल

कोल्ड-प्रेस्ड बनाम रिफाइंड तेल: कौन बेहतर?

कोल्ड-प्रेस्ड (या कच्ची घानी) तेल पारंपरिक तरीके से निकाले जाते हैं, जिससे इनके पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट सुरक्षित रहते हैं। दूसरी ओर, रिफाइंड तेल रासायनिक प्रक्रियाओं से गुज़रते हैं, जिससे इनका पोषण मूल्य कम हो सकता है। अधिक स्वास्थ्य लाभ के लिए कोल्ड-प्रेस्ड तेल का इस्तेमाल करें।

तेल की कितनी मात्रा उपयुक्त है?

स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, एक वयस्क को दिन में अधिकतम 20 मिली (3 चम्मच) तेल का सेवन करना चाहिए। इसका मतलब है कि चार सदस्यीय परिवार के लिए 2-2.5 लीटर तेल प्रति माह पर्याप्त होता है।

क्यों बदल-बदलकर इस्तेमाल करें तेल?

हर तेल में अलग-अलग प्रकार के फैट होते हैं:

  • PUFA (पॉलीअनसैचुरेटेड फैट) – सूरजमुखी और सोयाबीन तेल
  • MUFA (मोनोअनसैचुरेटेड फैट) – जैतून और मूंगफली का तेल
  • सैचुरेटेड फैट – नारियल और घी

शरीर के लिए सभी प्रकार के फैट जरूरी हैं, लेकिन किसी एक की अधिकता नुकसानदायक हो सकती है। इसलिए तेल बदल-बदलकर इस्तेमाल करें ताकि शरीर को सभी आवश्यक फैटी एसिड मिल सकें।

निष्कर्ष

स्वस्थ रहने के लिए सही तेल का चयन और सीमित मात्रा में उसका उपयोग बेहद जरूरी है। रिफाइंड तेल की बजाय कोल्ड-प्रेस्ड तेल अपनाएं, तेलों को बदल-बदलकर खाएं और संतुलित मात्रा में सेवन करें।

फोटो व्हाट्सएप्प AI से लिया गया है
फोटो व्हाट्सएप्प AI से लिया गया है

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