प्रेरणा: छोटे कदम, बड़ी उपलब्धियां – दीपिका पादुकोण की सोच

फोटो व्हाट्सएप्प AI से लिया गया है

महिलाओं की प्राथमिकता और आत्म-देखभाल का महत्व

हमारे समाज में महिलाएं हमेशा विभिन्न भूमिकाओं को बखूबी निभाती हैं—मां, पत्नी, बेटी, प्रोफेशनल और दोस्त। वे मल्टीटास्किंग में माहिर हैं। लेकिन जब वे अपने लिए थोड़ा समय निकालने की कोशिश करती हैं, तो अक्सर अपराधबोध से ग्रस्त हो जाती हैं। हालांकि, हाल के वर्षों में खुद को प्राथमिकता देने और आत्म-देखभाल (सेल्फ-केयर) के प्रति जागरूकता बढ़ी है। बावजूद इसके, यह सवाल आज भी हमें परेशान करता है कि क्या अपनी जरूरतों को दूसरों की जरूरतों से ऊपर रखना सही है।

आत्म-देखभाल हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग हो सकती है। किसी के लिए यह एक कप चाय का आनंद हो सकता है, तो किसी के लिए अपने पालतू जानवरों के साथ समय बिताना। मेरे लिए, सेल्फ-केयर का मतलब साधारण चीजें हैं, जैसे एक मोमबत्ती जलाना। यह छोटे-छोटे रिवाजों का मेल है, जो हमारी मानसिक और शारीरिक सेहत को बेहतर बनाते हैं। लेकिन सबसे जरूरी यह है कि इसे बिना किसी अपराधबोध के अपनाया जाए।

मैंने आत्म-देखभाल की यह यात्रा तब शुरू की, जब मैं बहुत छोटी थी। धीरे-धीरे इसे अपने जीवन का हिस्सा बनाया और आज मैं इसे बिना झिझक करती हूं। मेरा मानना है कि छोटे-छोटे लेकिन नियमित प्रयास लंबे और स्थायी परिणाम देते हैं। मेरे लिए, आत्म-देखभाल की शुरुआत खुद पर ध्यान देने से होती है।

संघर्ष, धैर्य और सफलता का सफर

मेहनत और संघर्ष जीवन के अनिवार्य हिस्से हैं। इस सफर में चुनौतियां होंगी और सही मौके का इंतजार करना पड़ेगा। जब मैं अपने जीवन की ओर देखती हूं, तो यह सफर सिर्फ पेशेवर उपलब्धियों तक सीमित नहीं है। इसमें मेरे निजी जीवन के फैसले भी शामिल हैं।

मैं आज भी याद करती हूं जब 16 साल की उम्र में मैंने अपने परिवार से दूर रहने का बड़ा फैसला लिया। उस समय शायद मैं इसकी गंभीरता को नहीं समझती थी, लेकिन आज मुझे इसकी अहमियत का एहसास होता है।

जो बात मुझे सबसे ज्यादा प्रेरित करती है, वह है धैर्य की ताकत। आज की दुनिया में, जहां हर चीज त्वरित संतुष्टि (इंस्टेंट ग्रैटिफिकेशन) पर आधारित है, धैर्य एक दुर्लभ गुण बन गया है। लेकिन मेरे अनुभव में, यही धैर्य मेरी सबसे बड़ी ताकत रहा है। काम में सफल होने के लिए और जीवन को सार्थक बनाने के लिए, निरंतरता और धैर्य सबसे जरूरी हैं।

हर काम का उद्देश्य महत्वपूर्ण है

मेरे लिए, यह बहुत जरूरी है कि मैं जो भी काम करूं, वह सार्थक और उद्देश्यपूर्ण हो। मैं कभी किसी ऐसे काम में खुद को शामिल नहीं कर सकती, जिसका मेरे लिए कोई गहरा अर्थ न हो। जब मैं किसी प्रोजेक्ट पर काम करती हूं, तो उसमें पूरी निष्ठा और समर्पण झोंक देती हूं। यही दृष्टिकोण मुझे आगे बढ़ाता है। मेरा मानना है कि हमारे काम के जरिए हम दूसरों पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

प्रसिद्धि का सही इस्तेमाल करें

प्रसिद्धि को एक उपकरण की तरह देखा जाना चाहिए, जो बदलाव लाने का माध्यम बन सके। प्रसिद्धि हमें कई अवसर देती है, लेकिन इसे सही दिशा में इस्तेमाल करना हमारी जिम्मेदारी है।

मेरे चुनाव—चाहे वह फिल्मों का चयन हो या निभाए गए किरदार—हमेशा मेरे लिए समाज से संवाद करने का जरिया रहे हैं। हम जो निर्णय लेते हैं, वे जाने-अनजाने समाज को संदेश भेजते हैं। इसलिए, यह जरूरी है कि हमारे चुनाव सोच-समझकर किए जाएं।

जीवन का सार

अंत में, मेरा मानना है कि छोटे-छोटे प्रयासों और धैर्य के साथ आप न केवल अपने सपनों को साकार कर सकते हैं, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का भी जरिया बन सकते हैं। आत्म-देखभाल, संघर्ष और निरंतरता—इन तीन स्तंभों पर आधारित जीवन न केवल सफल बल्कि संतुलित और सार्थक भी होता है।

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