रामेश्वरम (तमिलनाडु), अप्रैल 2025:
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज तमिलनाडु के पवित्र तीर्थस्थल रामेश्वरम में स्थित विश्वप्रसिद्ध श्री अरुल्मिगु रामनाथस्वामी मंदिर में दर्शन और पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री ने मंदिर परिसर में विधिवत पूजा कर देशवासियों के सुख-शांति एवं समृद्धि की प्रार्थना की।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर एक ट्वीट करते हुए लिखा: “Prayed at the Sri Arulmigu Ramanathaswamy Temple in Rameswaram.” इस संक्षिप्त संदेश में उनकी भक्ति और आध्यात्मिक भावनाएं झलकती हैं।
सांस्कृतिक और धार्मिक महत्व
श्री अरुल्मिगु रामनाथस्वामी मंदिर हिंदू धर्म के प्रमुख तीर्थस्थलों में से एक है और यह चार धाम यात्रा का एक अनिवार्य हिस्सा माना जाता है। यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है और इसकी विशेषता यह है कि इसे स्वयं भगवान राम द्वारा स्थापित किया गया था, जब वे रावण का वध कर अयोध्या लौटने से पहले यहां शिव की पूजा करने आए थे। यह मंदिर अपने भव्य स्थापत्य, विस्तृत स्तंभों और पवित्र जलकुंडों के लिए विश्वविख्यात है।
प्रधानमंत्री की यह यात्रा न केवल धार्मिक आस्था से जुड़ी हुई है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक धरोहर और आध्यात्मिक एकता को भी प्रकट करती है। उन्होंने मंदिर के भीतर सभी धार्मिक परंपराओं का पालन करते हुए पूजा संपन्न की और वहाँ के पुजारियों से आशीर्वाद भी प्राप्त किया।
क्षेत्र में उत्साह का माहौल
प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर रामेश्वरम में भारी उत्साह देखा गया। स्थानीय नागरिकों और श्रद्धालुओं ने उनका स्वागत परंपरागत तमिल शैली में किया। मंदिर ट्रस्ट और प्रशासन की ओर से सुरक्षा और व्यवस्था के पुख्ता इंतज़ाम किए गए थे।
प्रधानमंत्री की इस यात्रा को आध्यात्मिक पर्यटन को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। रामेश्वरम न केवल धार्मिक दृष्टि से, बल्कि पर्यटन और संस्कृति के लिहाज से भी देश-विदेश के लाखों लोगों को आकर्षित करता है।
भारतीय संस्कृति के प्रति प्रधानमंत्री की श्रद्धा
प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा एक बार फिर इस बात को दर्शाता है कि वे भारतीय संस्कृति, धर्म और परंपराओं के प्रति कितने समर्पित हैं। इससे पहले भी वे काशी विश्वनाथ, केदारनाथ, सोमनाथ, अयोध्या और कई अन्य तीर्थस्थलों पर जाकर पूजन कर चुके हैं।