नागपुर, 30 मार्च 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज नागपुर स्थित स्मृति मंदिर का दौरा किया, जो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक डॉ. केशव बलिराम हेडगेवार और दूसरे सरसंघचालक श्री एम. एस. गोलवलकर की स्मृति में समर्पित है। यह दौरा विशेष रूप से महत्वपूर्ण था, क्योंकि आज वर्ष प्रतिपदा के साथ-साथ परम पूज्य डॉक्टर साहब की जयंती भी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर कहा, “स्मृति मंदिर की यात्रा एक विशेष अनुभव है। आज की यह यात्रा और भी विशेष है, क्योंकि यह वर्ष प्रतिपदा के साथ-साथ परम पूज्य डॉक्टर साहब की जयंती पर हो रही है। अनगिनत लोग, मेरी तरह, परम पूज्य डॉक्टर साहब और पूज्य गुरुजी के विचारों से प्रेरणा और शक्ति प्राप्त करते हैं। इन दो महान विभूतियों को श्रद्धांजलि अर्पित करना मेरे लिए सम्मान की बात है, जिन्होंने एक मजबूत, समृद्ध और सांस्कृतिक रूप से गर्वित भारत की परिकल्पना की थी।”
स्मृति मंदिर, नागपुर के रेशीमबाग क्षेत्र में स्थित है और 1962 में उद्घाटित किया गया था। यह स्थल आरएसएस के संस्थापक डॉ. हेडगेवार और उनके उत्तराधिकारी श्री गोलवलकर की स्मृति में बनाया गया है। यह स्थान न केवल एक स्मारक है, बल्कि राष्ट्रवाद, संगठन और भारतीय संस्कृति के मूल्यों का प्रतीक भी है।
प्रधानमंत्री की इस यात्रा के दौरान, आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भी उपस्थित थे। यह दौरा संघ के प्रतिपदा कार्यक्रम के साथ मेल खाता है, जो गुड़ी पड़वा और हिंदू नव वर्ष की शुरुआत का प्रतीक है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा उन मूल्यों और विचारों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है, जो डॉ. हेडगेवार और श्री गोलवलकर ने स्थापित किए थे। यह दौरा राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा और समर्पण की भावना को पुनः स्थापित करता है, जो एक मजबूत, समृद्ध और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध भारत की दिशा में अग्रसर है।