भावनगर, गुजरात – भावनगर की 303वीं स्थापना जयंती के शुभ अवसर पर, भावनगर जन्मोत्सव समिति द्वारा ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को सजीव बनाते हुए विविध श्रद्धांजलि कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर भावनगर की राजवी परंपरा के प्रतीक और जनप्रिय शासकों को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत मोतीबाग टाउनहॉल में महाराजा भावसिंहजी को भावपुष्प अर्पण के साथ हुई। इसके बाद दरबारी કોઠાર में दिवंगत राजवी परिवार के सदस्यों की समाधियों पर श्रद्धासुमन अर्पित किए गए। इसके अतिरिक्त, नीलमबाग चौक पर महापुरुष और गोहिलवाड़ के गौरव, महाराजा कृष्णकुमारसिंहजी की समाधि पर पुष्पांजलि दी गई।
इस भावनात्मक अवसर पर युवराज श्री जयवीरराजसिंह गोहिल, मेयर श्री भरतभाई बारड, जन्मोत्सव समिति के सदस्य, नगरसेवक तथा शहर के अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे। श्री जीतू वघाणी ने भी अपने ट्वीट में यह उल्लेख किया कि दिवाली, नववर्ष और अन्य उत्सवों के समय वह एवं उनकी टीम परंपरा अनुसार राजवी परिवार को श्रद्धा अर्पित करते आए हैं।
उन्होंने भावनगर की अनूठी पहचान पर भी प्रकाश डाला कि यह विश्व का एकमात्र शहर है जहाँ नगर के लोग स्वयं उत्साहपूर्वक अपने शहर का स्थापना दिवस सांस्कृतिक गरिमा और आत्मीयता से मनाते हैं। भावनगर आज भी राजवी परंपराओं, कला, संस्कृति और समर्पण की जीवंत धड़कन बना हुआ है।
हालांकि, इस बार के आयोजन में एक पीड़ा का भाव भी जुड़ा रहा। हाल ही में पहलगाम में हुए क्रूर आतंकी हमले में भावनगर के कालयाबीड क्षेत्र के एक निवासी के निधन के कारण, हर वर्ष बोरतलाव स्थित “कैलारावटिका” में आयोजित होने वाला “भावनगर कार्निवल” इस बार स्थगित किया गया।