धरतीमाता को समर्पित भावयात्रा: अखातीज पर वघानी का संस्कारों से जुड़ा संदेश

सौराष्ट्र, 1 मई:
अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गुजरात के वरिष्ठ नेता और किसानपुत्र जीतू वघानी ने अपने मायके जैसे गांव छोटे सुरका स्थित वाडी में पहुँचकर धरतीमाता को नमन किया। उन्होंने वयोवृद्धों के श्रम से सिंचित खेत में अक्षय तृतीया की शुरुआत कर आशीर्वाद प्राप्त किया।

वघानी ने सोशल मीडिया पर भावनात्मक शब्दों में अपनी मिट्टी से जुड़ाव व्यक्त करते हुए लिखा कि “यह पवित्र दिन केवल एक तिथि नहीं, बल्कि संस्कारों से जुड़ी भावयात्रा है, जहां धरतीमाता को श्रद्धा से वंदन करना ही जीवनमूल्यों की सच्ची उपासना है।”

उन्होंने माँ भगवती और भगवान महादेव से समस्त जनमानस के लिए अखंड समृद्धि और शांति की कामना की।

अपने ट्वीट में वघानी ने किसानों के परिश्रम की भी सराहना की। उन्होंने लिखा, “ढेफू तोड़कर धान पकाने वाली जननी की कोख से जन्मे, अपने परिश्रम से धरती को सिंचित कर ‘कण से मण’ में बदलने वाले अन्नदाता किसान, चाहे वह मूसलधार वर्षा हो, बाढ़, सूखा या कड़ाके की ठंड – हर हालात में कठोर परिश्रम कर संपूर्ण जगत को अन्न प्रदान करते हैं। ऐसे जगत के तात को मैं किसानपुत्र के रूप में नमन करता हूँ।”

जीतू वघानी का यह सन्देश न केवल किसानों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करता है, बल्कि संस्कृति, संस्कार और श्रम के प्रति उनकी गहरी आस्था को भी दर्शाता है।

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