पाटणा, गुजरात – जनसेवा और समाज कल्याण के क्षेत्र में सक्रिय नील राव का उनके अपने गांव पाटणा में हार्दिक और आत्मीय स्वागत किया गया। गांव की मिट्टी से जुड़ी भावनाओं और बचपन की स्मृतियों को साझा करते हुए नील राव ने सोशल मीडिया पर एक भावपूर्ण संदेश साझा किया, जो दिल छू लेने वाला है।
नील राव ने लिखा:
“મારી બાળપણની યાદો જ્યાં જોડાયેલી છે મારું માન, મારું સમ્માન અને મારું ગૌરવ એટલે મારું ગામ પાટણા.
મારા ગામ લોકોએ જે રીતે મને પ્રેમ-ભાવ પૂર્વક સ્વાગત સત્કાર કર્યો તે બદલ હું સૌ ગ્રામજનોનો ખુબ ખુબ દિલથી આભાર માનું છું..!!
ઘણા જૂના સંસ્મરણો યાદ કરી તાજા કર્યા, આપણા દ્વારા મળેલ ઠપકો, માર્ગદર્શન અને આશીર્વાદ મને કાયમ આગળ વધવામાં મદદરૂપ થયા છે.
હું આપ સૌને વિશ્વાસ અપાવું છું કે જન કલ્યાણના કાર્યો સતત થતા રહે તે માટે નિષ્ઠાપૂર્વક કાર્ય કરતો રહીશ.”
हिंदी अनुवाद में उन्होंने अपने गांव को “मेरा मान, मेरा सम्मान और मेरा गौरव” बताया और गांववासियों द्वारा मिले प्रेम, आशीर्वाद और स्वागत-सत्कार के लिए हृदय से आभार प्रकट किया।
नील राव ने यह भी कहा कि गांव के लोगों से मिले स्नेह, मार्गदर्शन और आशिर्वाद हमेशा उनके जीवन का आधार बने हैं और उन्हीं की प्रेरणा से वे जनकल्याण के कार्यों में निष्ठा से लगे रहेंगे।
इस आत्मीय संदेश ने सोशल मीडिया पर कई लोगों को भावुक कर दिया, खासकर उन लोगों को जो अपने गांव से जुड़ी यादों को आज भी सहेजे हुए हैं।
पाटणा गांव के लोगों के लिए यह अवसर गर्व का रहा, जहाँ उनके गांव के सपूत ने जमीन से जुड़ाव और जनसेवा के प्रति अपनी निष्ठा को फिर एक बार दोहराया।