गांव के पास एक घना जंगल था, जहाँ एक हिरण और एक कछुआ रहते थे। दोनों अच्छे दोस्त थे और हमेशा एक-दूसरे की मदद करने के लिए तैयार रहते थे।
एक दिन, एक शिकारी जंगल में आया और उसने हिरण को अपने जाल में फंसा लिया। हिरण बहुत डर गया और मदद के लिए चिल्लाने लगा। कछुए ने यह देखा और तुरंत अपने दोस्त की मदद करने का तरीका सोचने लगा।
कछुए ने पास में रहने वाले अपने दोस्त चूहे को बुलाया, जो अपनी तेज़ दाँतों से चीज़ें काट सकता था। चूहे ने आकर जल्दी से जाल काट दिया और हिरण को आज़ाद कर दिया।
इसी बीच, शिकारी वापस आ गया और यह देखकर बहुत गुस्से में आ गया कि हिरण भाग चुका है। उसने कछुए को पकड़ लिया और अपने बैग में डाल लिया।
अब हिरण ने कछुए की मदद करने की योजना बनाई। उसने शिकारी का ध्यान भटकाने के लिए कुछ दूरी पर जाकर ज़ोर-ज़ोर से दौड़ना शुरू कर दिया। शिकारी हिरण को पकड़ने के लिए दौड़ा और अपना बैग वहीं छोड़ दिया। जैसे ही शिकारी दूर गया, चूहे ने बैग को कुतरकर खोल दिया और कछुए को आज़ाद कर दिया।
जब शिकारी वापस आया, तो उसका बैग खाली था। वह निराश होकर जंगल से चला गया।
हिरण, कछुआ और चूहा खुशी-खुशी वापस अपने घर लौटे। उन्होंने समझ लिया कि सच्ची दोस्ती में एक-दूसरे की मदद करना सबसे ज़रूरी होता है।
शिक्षा: सच्चे दोस्त हमेशा एक-दूसरे की मदद करते हैं, चाहे कैसी भी परिस्थिति हो।