एक छोटे से गाँव में नीरज नाम का लड़का रहता था। वह बहुत ईमानदार और मेहनती था। उसका सपना था कि वह एक दिन बड़ा आदमी बने। लेकिन उसके पास ज्यादा पैसे नहीं थे।
खोया हुआ बटुआ
एक दिन नीरज बाज़ार से लौट रहा था, तभी उसे रास्ते में एक बटुआ पड़ा मिला। उसने बटुआ उठाया और देखा कि उसमें बहुत सारे पैसे थे! लेकिन नीरज जानता था कि यह किसी और का होगा।
उसने सोचा, “अगर मैं इसे रख लूँ, तो यह बेईमानी होगी।” इसलिए वह गाँव में घोषणा करने लगा कि जिसे भी बटुआ मिला हो, वह आकर ले जाए।
सही मालिक की पहचान
कुछ देर बाद, एक बूढ़ा आदमी घबराया हुआ नीरज के पास आया और कहा, “बेटा, मेरा बटुआ खो गया है। उसमें मेरे इलाज के लिए पैसे थे।”
नीरज ने बूढ़े आदमी से बटुए का सही रंग और अंदर रखी चीज़ों के बारे में पूछा। जब जवाब सही मिला, तो उसने ईमानदारी से बटुआ लौटा दिया।
अचानक आया इनाम!
बूढ़े आदमी की आँखों में आँसू आ गए और उसने नीरज को आशीर्वाद दिया।
कुछ दिनों बाद, गाँव के एक बड़े व्यापारी को इस घटना के बारे में पता चला। उन्होंने नीरज की ईमानदारी से प्रभावित होकर उसे अपने दुकान में नौकरी दे दी। धीरे-धीरे, अपनी मेहनत से नीरज खुद एक बड़ा व्यापारी बन गया।
शिक्षा:
✔ ईमानदारी हमेशा बड़ा इनाम लाती है।
✔ दूसरों की मदद करने से खुद की तरक्की होती है।