चतुर तोता

एक बार की बात है, एक घने जंगल में एक चतुर तोता मीतू रहता था। वह सिर्फ होशियार ही नहीं, बल्कि बहुत दयालु भी था।

एक दिन, एक शिकारी जंगल में आया और उसने पक्षियों को पकड़ने के लिए जाल बिछा दिया। बहुत सारे पक्षी जाल में फंस गए, लेकिन मीतू ऊँचा उड़ रहा था और उसने सब कुछ देख लिया। उसने अपने दोस्तों को बचाने के लिए एक योजना बनाई।

मीतू नीचे उड़कर जाल के पास एक बेहोश पक्षी जैसा दिखने लगा। शिकारी ने मीतू को देखा और सोचा, “यह तोता बहुत समझदार लगता है। अगर इसे पकड़ लूँ तो अच्छा पैसा मिल सकता है!”

जैसे ही शिकारी मीतू को पकड़ने के लिए जाल खोला, सभी फंसे हुए पक्षी तेजी से उड़ गए। मीतू भी अपनी चोंच से पंख फैलाकर भाग गया और शिकारी उसे पकड़ नहीं पाया।

शिकारी के पास खाली जाल रह गया और मीतू खुशी से चहचहाया, “बुद्धिमानी और एकता से कोई भी खतरा पार किया जा सकता है!”

शिक्षा: बुद्धिमानी और एकता से किसी भी समस्या का सामना किया जा सकता है! 😊

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