एक छोटे से गाँव में राजू नाम का एक लड़का रहता था। वह बहुत गरीब था लेकिन बहुत बुद्धिमान और रचनात्मक था। उसे चित्र बनाना बहुत पसंद था, लेकिन उसके पास अच्छे रंग और पेंसिल नहीं थे।
अनमोल तोहफ़ा
एक दिन, जब राजू अपने पुराने कागज़ों पर स्केच बना रहा था, तब एक अजनबी साधु वहाँ से गुज़रा। उसने राजू की लगन देखी और उसे एक सुनहरी पेंसिल दी।
साधु ने कहा, “बेटा, यह कोई साधारण पेंसिल नहीं है। जो भी तुम इस पेंसिल से बनाओगे, वह सच में ज़िंदा हो जाएगा!”
पेंसिल का जादू
राजू ने पहले आज़माने के लिए एक सेब बनाया, और देखते ही देखते सेब असली बन गया! 🍎 वह हैरान और खुश था।
अब वह अपनी ज़रूरत की चीज़ें बनाने लगा—
✅ रोटी जब भूख लगी।
✅ कपड़े जब ठंड लगी।
✅ खिलौने जब खेलने