चीन के शेयर बाजार में नई जान: निवेशकों की रुचि क्यों बढ़ रही है?
बीते कुछ वर्षों की गिरावट और अनिश्चितता के बाद, चीन के शेयर बाजार में एक बार फिर तेजी का रुख देखने को मिल रहा है। विदेशी निवेशक, जिन्होंने पहले इसे जोखिम भरा मानकर दूरी बना ली थी, अब दोबारा चीन में निवेश के अवसरों पर विचार कर रहे हैं। इस बदलाव की वजह क्या है, और क्या चीन अब एक सुरक्षित निवेश गंतव्य बन गया है? आइए जानते हैं।
चीन की अर्थव्यवस्था: अब भी चुनौतियों से घिरी
हालांकि चीन की अर्थव्यवस्था में कोई बड़ा पुनरुद्धार नहीं हुआ है—वर्कफोर्स की बढ़ती उम्र, कर्ज का दबाव और सुस्त विकास दर अभी भी चिंता का विषय हैं। अनुमान है कि चीन की जीडीपी वृद्धि 3% से नीचे जा सकती है, जो आधिकारिक लक्ष्यों से काफी कम है। बावजूद इसके, निवेशकों का नजरिया नाटकीय रूप से बदल रहा है।
बाजार में बदलाव का कारण
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सरकार की नई नीतियां
- चीन सरकार ने निजी क्षेत्र को बढ़ावा देने और बाजार को स्थिर करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
- राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने हाल ही में बिजनेस लीडर्स के साथ बैठक कर निजी निवेश को प्रोत्साहन देने का संकेत दिया।
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वैश्विक बाजारों में चीन का महत्व
- अमेरिका और यूरोप के मुकाबले चीन अब एक सस्ता बाजार बन गया है।
- चीन में लिस्टेड कंपनियां अब अमेरिकी कंपनियों की तुलना में आधे मूल्य पर कारोबार कर रही हैं।
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भू-राजनीतिक जोखिमों में कमी
- पहले ताइवान विवाद और अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध को लेकर निवेशकों की चिंता थी।
- अब ट्रम्प के सत्ता में लौटने की संभावना से ये जोखिम कम होते दिख रहे हैं, क्योंकि वे चीन के प्रति अपेक्षाकृत नरम रुख अपना सकते हैं।
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टेक सेक्टर में नए अवसर
- चीन की टेक इंडस्ट्री में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है, जिससे छोटे स्टार्टअप्स को भी आगे आने का मौका मिल रहा है।
- डीपसीक जैसे नए एआई प्लेयर्स अमेरिकी कंपनियों को टक्कर देने लगे हैं।
चीन बन सकता है नया निवेश हॉटस्पॉट?
चीन में इस समय 250 से अधिक कंपनियां ऐसी हैं, जिनका मार्केट कैप 1 अरब डॉलर से ज्यादा है और जिनकी कैश फ्लो यील्ड 10% से ऊपर है। अमेरिका में ऐसी कंपनियों की संख्या मात्र 150 है।
हालांकि, जोखिम अभी भी बरकरार हैं—सरकार का मनमाना हस्तक्षेप और रेगुलेटरी सख्ती निवेशकों के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं। लेकिन डिस्काउंट के कारण चीनी बाजार अब पहले से ज्यादा आकर्षक लग रहा है।
निवेशकों का बदलता नजरिया और चीन की नीतिगत लचीलेपन के चलते, बाजार में तेजी का यह सिलसिला जारी रह सकता है। चीन अब भी एक जटिल, लेकिन नजरअंदाज न करने वाला निवेश गंतव्य बना हुआ है।
